दोस्तों चीटियों का जब भी हम नाम लेते हैं तो हमारी नजर में एक छोटा सा एक नन्हा सा ऐसे जीव की कल्पना उभरकर सामने आती है जो कि बहुत ही मेहनत से अपने जीवन का यापन करता है जी हां दोस्तों क्योंकि चुटिया जो है मुख्य रूप से तीन कलर की पाई जाती है
और उसमें से भी ज्यादा कर लाल और काले कलर की छुट्टियां हमें देखने को मिलती है ऐसा कहा जाता है कि लाल कलर की चिड़िया ज्यादा गुस्सैल स्वभाव की होती है और यह जल्दी से आक्रामक भी हो जाती है और यह हमला करके हमें नुकसान भी पहुंचा देती है जहां पर भी चीटियां काटती है वे जगे लाल हो जाती है और वहां पर थोड़ी सी लाल लाल धब्बे पड़ जाते हैं
मगर दोस्तों वीडियो में फार्मिक अम्ल पाया जाता है जो किया काटती है तो वह यह हमारी त्वचा के अंदर पहुंचा देती है और इसी वजह से हमारी त्वचा काफी हद तक लाल हो जाती है दोस्तों चीटियों का संसार भी एक बड़ा ही विचित्र संसार होता है क्योंकि जब भी हम चीटियों को देखते हैं तो यह हमेशा झुंड में रहती है और ऐसा बताया जाता है कि देश दुनिया में लगभग 12000 प्रकार की चीटियां पाई जाती है इनमें से कई प्रकार के चीटियां होती है कुछ ऐसी चीटियां होती है
जो कि हम इंसानों को काटती है और इसके अलावा को चीटियां ऐसी भी होती है जो किसी को भी नहीं काटती है इसमें से काले गोरे और लाल कलर की चीटियां अधिकतर देखने को मिलती है इनमें भी चीटियों की कई प्रजातियां भी होती है जो कि कई चीटियां ऐसी होती है जो कि ज्यादा गुस्सैल स्वभाव की होती है
और वही कई चीटियां ऐसी होती है जो उसकी शांत स्वभाव की होती है आपने भी दोस्तों आपके आसपास में कई प्रकार के चीटियों की प्रजातियों को देखा होगा जो सामान्य तौर पर काले लाल रंग की ज्यादा होती है क्योंकि दोस्तों देश दुनिया में इनकी कई प्रकार की प्रजातियां हैं और कई बड़ी चीटियां होती है और कई छोटी चीटियां होती है अधिकतर दोस्तों चीटियों को मिठाईयां पसंद होती है और मीठी वाली चीजें जहां पर भी रखी रहती है
यह वहां पर उसकी गंध सूंघ कर आसानी से पहुंच जाती है दोस्तों चीटियां बहुत ही मेहनती जीभ है क्योंकि यह दिन रात मेहनत करके अपना जीवन यापन करती है क्योंकि दोस्तों चीटियां जो है अपने वजन से कई गुना ज्यादा तक वजन उठा सकती है और इसी कारण से चीटियों को हम एक आदर्श के रूप में भी मानते हैं
क्योंकि दोस्तों चीटियां हमें मेहनत करना सिखाती है यही चीटियां इतनी मेहनत करती है तभी जाकर उनका परिवार का पालन पोषण हो सकता है दोस्तों इन्ही चीटियों में एक रानी चीटी होती है जो कि अंडे देती हैं दोस्तों चीटियों की लाइफ प्रोसेस भी काफी लंबी होती है लगभग इसको इसके लिए चार प्रोसेस से गुजरना पड़ता है तब जाकर कोई चींटी वयस्क चींटी बन सकती है अगर दोस्तों हमारे घर पर चीटियों का आतंक ज्यादा है तो भी हमारे लिए परेशानियों का सबब भी बन जाता है क्योंकि चीटियां हमें बहुत ही ज्यादा परेशान करती है और यह हमारे खाने पीने की चीजों में बैठकर हमारे खाने को भी खराब कर देती है मगर ऐसा नहीं है दोस्तों चीटियों की भी एक अपनी अलग दुनिया होती है मगर मानव के द्वारा अपनी आबादी को बढ़ाते भेज हमने पर्यावरण को नुकसान पहुंचाया है जिसके कारण चीटियां आज हमारे घर तक पैठ बनाए हुई है और कभी-कभी तो यह इतनी बड़ी संख्या में निकलती है
जिससे कि हम बहुत ही ज्यादा परेशान हो जाते हैं और हम यह सोचने लगते हैं कि अब हम इन चीजों का क्या करें कोशी दोस्तों इन चीटियों के निकल आने से हमारे घर का पूरी दिनचर्या अस्त-व्यस्त हो जाती है और हमारी रूटिंग भी बिगड़ जाता है क्योंकि यह हमारे खाने में कपड़े में और सभी प्रकार के सामानों में अपनी पहुंच बना लेती है और जिसके कारण हमारे खाना और कपड़ा तो खराब होता है और इसी के साथ साथ में हमारी देनी होती है तो दोस्तों ऐसा क्या किया जाए कि हम चीटियों के इस आतंक से बच सकें और हमारे घर पर चीटियां भी ना आए क्योंकि दोस्तों एंड एसएलआर बाल निकलता है और लार्वा 15 दिन बाद एक वयस्क चींटी बनकर कर तैयार होती है
दोस्तो आज आपके इस पोस्ट मे चींटियों के विचित्र संसार के बारे मे जानने वाले हैं दुनिया में चीटियो कि लगभग 12000 प्रजातियां पाई जाती हैं जो सामान्यता भूरे लाल रंग की होती हैं कभी यहां छोटी होने के साथ यह बेहद ताकतवर भी होती हे ओर अपके वजन से लगभग पचास गुना ज्यादा वजन उठा लेती है चीटिया बहुत ही ज्यादा मेहनती होती हे जो कि हम सब के लिए प्रेरणा दायक है इसमें सूंघने की छमता भी विचित्र होती हैं
और यह सूंघकर ही अपने भोजन की तरफ आकर्षित हो जाती हैं चिंटिया लाईन में चलती है क्योंकि सबसे आगे चलने वाली चींटी चलते समय फेरोमोंस नाम का रसायन छोड़ दी जाती है जिससे उनके पीछे चलने वाली चीटियां उसे रसायन को सुनकर आगे बढ़ती है चीटियों के बारे में यह जानकारी आपको कैसी लगी हमें कमेंट करके जरूर बताइएगा